मंगलवार, 10 अगस्त 2010

अब इश्क झंडू बाम हो गया

अब इश्क इबादत नही
अब इश्क कमीना भी नही
अब इश्क झंडू बाम हो गया है.
सिनेमा  सपना हो या सिनेमा बनाने वाले सपनों के सौदागर लेकिन कहीं न कहीं सिनेमा य्थाथर से मुठभेर ज्रूर करता है. शाहरुख़  खान इश्क को कमीना कहते हैं तो मलैका व् सलमान के लिए अब इश्क झंडू बाम हो गया है. इसका मतलब साफ है. आजकल के फटाफट संस्किरित में  इश्क झंडू बाम हो गया है.
कवि निलय उपाध्य को भूल जाना परेगा अपनी ही लिखी यह पंक्ति
कोई बचाये रोम कोई मदीना 
कोई बचाये चाँदी कोई सोना 
मै निपट अकेला 
कैसे बचाऊ तुमहारा प्रेम पत्र 
कुमार  राहुल

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें