शनिवार, 7 अगस्त 2010

जागे कोइ इश्क दा मारा

जागे कोइ इश्क दा  मारा
या जागे बीमार...
देवघर. एक ऐसा शहर जो  रात भर जगता है.
इसे नीद भी आती है
तो कुछ पल के िलए.
जब सारी दुिनया सोती रहती है
देवघर पराती गा क्र जग की तंद्रा तोरता है.
कुमार  राहुल

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